यह विश्वविद्यालय के अधिनियम में स्वीकार किया गया। ध्यातव्य है कि इसी स्थान पर वर्तमान ने श्री गोरक्षनाथ शोध पीठ के भवन का निर्माण कराया जा रहा है।
यह विश्वविद्यालय के अधिनियम
यह विश्वविद्यालय के अधिनियम में स्वीकार किया गया। ध्यातव्य है कि इसी स्थान पर वर्तमान ने श्री गोरक्षनाथ शोध पीठ के भवन का निर्माण कराया जा रहा है।