गोरखपुर जनपद में 513 शराब की दुकानें खुलीं
और निर्धारित समय से 3 घंटा पहले ही स्टॉक खत्म भी हो गया
यह प्रसासन के ऊपर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है क्योंकि जब लॉक डाउन लगा तब समस्त दुकानों में लगभग 70 प्रतिशत शराब का स्टॉक था ताला बन्दी में शराब की बोतलें कहा गयी आबकारी अधिकारी व आबकारी निरीक्षक इस ताला बन्दी में स्टाक खत्म की क्या जवाब देही है खैर ये फूटकर दुकानों का हाल है पर सीएनडीफ़ में अगर स्टाक खत्म हो तो यह समझना चाहिए की आबकारी विभाग दुकानदार व स्टाकिस्टों ने लॉक डाउन में मिलकर कैसा खेल खेला है यह जाँच का विषय है