होलिका दहन के दिन धृति योग और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से किन विशेष उपायों से आप दूसरों की बुरी नजर से बच सकते हैं, अपने बच्चों की तरक्की सुनिश्चित कर सकते हैं, अपने जीवन में धन, सुख-समृद्धि की वृद्धि कर सकते हैं और दुश्मनों से छुटकारा पा सकते हैं |
फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि और सोमवार के दिन होलिका दहन का त्योहार मनाया जाएगा। इस बार 9 और 10 मार्च को पूरे देश में होली का त्योहार मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा का उपवास रखने से मनुष्य के दुखों का नाश होता है और उस पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा होती है। होलिका दहन के दिन को बुराई पर अच्छाई का दिन है। वहीं इसके दूसरे दिन एक-दूसरे को अबीर, गुलाल लगाकर होली का त्योहार खेला जायेगा।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार 9 मार्च की शाम 4 बजकर 57 मिनट तक धृति योग रहेगा। इस योग में घर की नींव रखा जाए तो इंसान उस घर में रहकर सब सुख-सुविधाएं प्राप्त करता हुआ आनंदमय जीवन व्यतीत करता है। साथ ही आज देर रात 1 बजकर 9 मिनट तक पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र रहेगा। नक्षत्रों की श्रेणी में पूर्वाफाल्गुनी ग्यारहवां नक्षत्र है। इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह चारपाई की आगे वाली दो टांगों को माना जाता है, यानी जिस तरफ सिरहाना होता है, वो हिस्सा पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह है। वनस्पतियों में पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का संबंध ढाक यानि पलाश के पेड़ से बताया गया है। लिहाजा जिन लोगों का जन्म पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ हो, उन लोगों को आज के दिन ढाक यानि पलाश के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए।
होली से संबंधी अन्य बातों को जानने के लिए देखें 9 मार्च की सुबह 7 बजकर 30 मिनट से इंडिया टीवी का खास शो 'भविष्यवाणी' आचार्य इंदु प्रकाश के साथ।
होलिका दहन के दिन धृति योग और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है। जानें
आचार्य इंदु प्रकाश से किन विशेष उपायों से
आप दूसरों की बुरी नजर से बच सकते हैं,
अपने बच्चों की तरक्की सुनिश्चित
कर सकते हैं, अपने जीवन में धन,
सुख-समृद्धि की वृद्धि कर सकते हैं
और दुश्मनों से छुटकारा पा सकते हैं।