सेना में COVID-19 का पहला पॉजिटिव केस सामने आने के बाद तमाम एहतियात बरती जा रही हैं. ये पहला केस लेह से रिपोर्ट हुआ. वहां 34 वर्षीय जवान पॉजिटिव पाया गया. ये जवान 25 फरवरी से 1 मार्च तक छुट्टी पर रहा. ये अपने पिता के संपर्क में आया था जो 27 फरवरी को ईरान से जियारत करके लौटे थे.लेह में एक जवान की रिपोर्ट पॉजिटिव
- बरती जा रही हैं हर तरह की सावधानियां
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारतीय सेना ने अपने जवानों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं. इनमें सुबह की परेड के दौरान सभी जवानों की स्क्रीनिंग शामिल है. साथ ही सामूहिक तौर पर इकट्ठा होने वाले आयोजन भी रद्द कर दिए गए हैं.
अधिकतर जवान बैरकों में साथ रहते हैं, इसलिए संक्रमण फैलने का जोखिम उनमें अधिक रहता है. सेना ने स्वास्थ्य सुरक्षा को सबसे ऊपर मानते हुए एडवाइजरी जारी की है. इसमें जवानों को कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है. एडवाइजरी में कहा गया है, “सुबह की पीटी/परेड/हाजिरी के दौरान सभी जवानों की मेडिकल अधिकारी स्क्रीनिंग करेंगे. जिनमें स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें होंगी या खांसी, ठंड और बुखार के लक्षण होंगे, उन्हें नजदीक के मिलिट्री अस्पतालों में रिपोर्ट किया जाएगा जिससे कि संक्रमण को रोका जा सके.”
इसके अलावा उत्सव, कल्याण गतिविधियों में सामूहिक तौर पर एकत्र होने या भीड़ वाली जगहों जैसे कि सिनेमाहाल या माल्स में जाने पर भी रोक रहेगी. सभी मिलिट्री अस्पतालों को संदिग्ध COVID-19 मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड्स और एक्सक्लूसिव ओपीडी बनाने के लिए कहा गया है. एडवाइजरी में जोड़ा गया है कि अगर कोई संदिग्ध COVID-19 के संपर्क में आया या किसी ने वायरस से प्रभावित देशों में हाल में यात्रा की है तो उसके लिए एडवाइजरी में सभी मेडिकल यूनिट्स को जीवन रक्षा उपकरणों, मास्क और अन्य मेडिकल सामान की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. इसके लिए आपातकालीन खरीद शक्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है.